23 अगस्त को रांची में युवाओं की आक्रोश रैली, भाजपा करेगी ‘शक्ति प्रदर्शन’…
रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झारखंड के विधानसभा चुनाव में छात्रों और युवाओं से जुड़े सवालों को बड़ा मुद्दा बनाकर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार की घेराबंदी करने की तैयारी में है। नौकरी की परीक्षाओं में धांधली, पेपर लीक, परीक्षा के नतीजों में देरी, संविदाकर्मियों के स्थायीकरण जैसे सवालों को लेकर पार्टी ने 23 अगस्त को भारतीय जनता युवा मोर्चा के बैनर तले रांची में युवा आक्रोश रैली करने और फिर सीएम आवास तक मार्च निकालने का ऐलान किया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शशांक राज ने आईएएनएस से कहा,
“इस रैली में राज्य भर से जुटे लाखों युवा राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेंगे।” हेमंत सोरेन ने 2019 में चुनाव के दौरान कहा था कि सरकार बनने के पहले साल में पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। पांच साल बीत गए, नौकरी की उम्मीद लगाए युवाओं को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है। नौकरी की परीक्षाओं में सीटें बेच दी गई हैं। इतिहास में ऐसी कोई सरकार नहीं बनी जिसने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया हो।
इस रैली को चुनाव से ठीक पहले भाजपा के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है।
प्रत्येक विधायक-सांसद से लेकर प्रदेश और जिला कमेटी के पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र से युवाओं को लाने के लिए बसों और वाहनों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी गई है। सभी 24 जिलों में जिस तरह की तैयारियां पार्टी के नेता और कार्यकर्ता कर रहे हैं, उससे माना जा रहा है कि रांची में बड़ी भीड़ जुटने वाली है। रैली से पहले बुधवार शाम को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रांची में मशाल जुलूस निकाला। गुरुवार को कई जिलों में मशाल जुलूस निकाले जाएंगे।
झारखंड भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी कहते हैं,
“2019 में हेमंत सोरेन ने झारखंड के युवाओं को 5,000 रुपये से लेकर 7000 रुपये प्रति माह तक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था। पिछले 5 सालों में बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के नाम पर फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। इन 5 सालों में झारखंड के युवाओं को अगर कुछ मिला है तो वो है सिर्फ धोखा, पेपर लीक और लाठियां।” पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने युवाओं से रैली में पहुंचने का आह्वान करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “हेमंत सरकार की वादाखिलाफी और छलावे से परेशान झारखंड के युवाओं ने अब ठान लिया है कि झूठे वादों में नहीं आना है, हेमंत सरकार को भगाना है और भाजपा की डबल इंजन सरकार में रोजगार पाना है।”