झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, इन मुद्दों पर होगी चर्चा
रांची: झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से शुरू होगा. जो 15 दिसंबर तक चलेगा. यह सत्र छह दिनों का होगा. इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में बैठक बुलाई थी. बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, विधायक विनोद सिंह, विधायक लंबोदर महतो मौजूद थे. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई इस बैठक में शीतकालीन सत्र को सुचारु रूप से चलाने को लेकर कई विषयों पर चर्चा और मंथन हुआ. वहीं, बैठक में विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने कहा कि सदन चलाना सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि सदन सुचारू रूप से चलेगा और जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा होगी.
सरकार हर विषय पर जवाब देगी- सीएम हेमंत सोरेन
बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि शीतकालीन सत्र सुचारू रूप से चलेगा. सदन को नेता प्रतिपक्ष भी मिल गया है, उन्होंने कहा कि विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक बुलाई थी. इस सत्र में सरकार पूरी तैयारी के साथ सदन में मौजूद रहेगी. लोकतंत्र का सबसे मजबूत, सबसे बड़ा मंदिर आम जनता से बात कर सकेगा, सरकार हर विषय पर जवाब देगी।
नेता प्रतिपक्ष बाउरी धीरज साहू का मामला उठाएंगे
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहली बार अमर कुमार बाउरी विपक्ष के नेता होंगे. बाबूलाल मरांडी को विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिला. उनका मामला दलबदल विरोधी कानून के जाल में फंस गया था, लेकिन इस बार विपक्ष के नेता होने के नाते सदन के अंदर एक अलग माहौल होगा। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि हम सदन में मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे. हम कांग्रेस सांसद धीरज साहू का मामला उठाएंगे, धनबाद जेल में हत्या का मामला भी उठाएंगे, राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सरकार से जवाब मांगेंगे. युवाओं के साथ हुए खिलवाड़ पर सरकार को जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति सरकार का रवैया नकारात्मक है, जबकि आज प्रदेश की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है.
झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र कार्यक्रम
15 दिसंबर 2023 को शपथ ग्रहण या प्रतिज्ञान ग्रहण (यदि कोई हो), शोक सभा
16 दिसंबर 2023 को कोई बैठक नहीं होगी.
17 दिसंबर 2023 को कोई बैठक नहीं होगी
प्रश्नकाल, द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरण 18 दिसंबर 2023 को रखा जाएगा
19 दिसंबर 2023 को प्रश्नकाल, व्यय के दूसरे अनुपूरक विवरण पर सामान्य बहस, मतदान, विनियोग विधेयक का परिचय
20 दिसंबर 2023 को प्रश्नकाल, राज्य विधेयक और कामकाज
21 दिसंबर 2023 को प्रश्नकाल, सरकारी विधेयक और कामकाज, निजी सदस्यों का कामकाज
बता दें, झारखंड विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र काफी अहम माना जा रहा है. हालांकि, सबसे बड़ी बात ये है कि 2019 में जब पांचवां विधानसभा चुनाव हुआ. मौजूदा विधानसभा सत्र का यह आखिरी शीतकालीन सत्र होगा. क्योंकि नवंबर-दिसंबर 2024 में जब समय आएगा, उस समय झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित होंगे. ऐसे में उस समय शीतकालीन सत्र नहीं बुलाया जाएगा.
यह आखिरी शीतकालीन सत्र है और विधानसभा अध्यक्ष इसे सार्थक बनाने के लिए विधायक दल के नेताओं की इस बैठक में मंथन करेंगे. सरकार को कौन से बिल सदन में रखने हैं, किस तरह से सवालों के जवाब सदन में ठीक से आ सकें, क्योंकि कई बार सदन में ऐसी चीजें देखने को मिलती हैं कि विधायकों ने कई सवाल पूछे होते हैं, जिनका जवाब दूसरे तरीके से दिया जाता है . बैठक में इस पर भी चर्चा हुई.