मंगलवार से शुरू होगी झारखंड में शराब दुकानों के हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया, इस दौरान बंद रहेंगी कई दुकानें
झारखंड में शराब दुकानों के हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया 1 जुलाई 2025 से शुरू हो रही है, जैसा कि पहले जारी आदेश में उल्लेख किया गया था। इस प्रक्रिया के दौरान राज्य की 1453 खुदरा शराब दुकानों का स्टॉक सत्यापन, बिक्री और जमा राशि की समीक्षा की जाएगी, जिसके लिए कई जिलों में दुकानें अस्थायी रूप से बंद रहेंगी। उदाहरण के लिए, रामगढ़ जिले में सभी 43 दुकानें 1 जुलाई से बंद रहेंगी, और हैंडओवर-टेकओवर पूरा होने के बाद विभागीय निर्देशों के अनुसार यथाशीघ्र खोली जाएंगी।
नई उत्पाद नीति 2025, जिसे मई 2025 में मंत्रिपरिषद से मंजूरी मिली थी, के तहत शराब की खुदरा बिक्री निजी हाथों में दी जानी है, और दुकानों का आवंटन लॉटरी सिस्टम के माध्यम से होगा। हालांकि, इस नीति को लागू करने की प्रक्रियाएं अभी पूरी नहीं हुई हैं, जिसके कारण 1 जुलाई से नई नीति के तहत बिक्री शुरू होने में अनिश्चितता बनी हुई है। उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा है कि जब तक लॉटरी और अन्य प्रक्रियाएं पूरी नहीं होतीं, तब तक झारखंड स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (JSBCL) की देखरेख में बिक्री जारी रहेगी।
इस प्रक्रिया में स्टॉक मिलान और ऑडिट के जरिए शराब घोटाले और अनियमितताओं, जैसे एमआरपी से अधिक वसूली और नकली शराब की बिक्री, पर नजर रखी जाएगी। पूर्वी सिंहभूम में यह प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है, और अब अन्य 23 जिलों में 1 जुलाई से यह कार्य शुरू होगा, जिसे एक सप्ताह में पूरा करने की योजना है। इस दौरान, दुकानों के कर्मचारी उत्पाद विभाग के अधीन होंगे, और सहायक आयुक्त उत्पाद एवं अधीक्षक उत्पाद बिक्री और जमा का हिसाब रखेंगे।
हालांकि, प्रक्रिया में देरी और नई नीति लागू होने में अनिश्चितता के कारण कुछ दिनों तक शराब की बिक्री प्रभावित हो सकती है, और शराब के शौकीनों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अनुमान है कि नई नीति 16 अगस्त 2025 से लागू हो सकती है, जब तक प्रक्रियाएं पूरी हो जाएंगी।