केंद्र सरकार ने कोरोना के सब-वेरिएंट ‘जेएन1’ को लेकर सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
रांची/डेस्क: कोरोना ने दुनिया भर में खूब तबाही मचायी. इससे काफी नुकसान हुआ. जिसके बाद आज तक धीरे-धीरे लोग इससे उभर रहे हैं। साल के आखिरी महीने दिसंबर में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है. केरल में कोरोना के सभी वेरिएंट पाए गए हैं. वहां ‘जेएन1’ का पता चला है. नए वेरिएंट को लेकर सरकार गंभीर है.
पूर्व में जारी सभी प्रोटोकॉल पूरा करने के निर्देश
इसे लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी बनाई है. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को पत्र लिखा है. कोरोना मामलों पर लगातार निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. कोरोना को लेकर पूर्व में जारी सभी प्रोटोकॉल को पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
केरल में मिला कोरोना का सब-वेरिएंट जेएन 1
वहीं, केरल में कोरोना के सब वेरिएंट JN.1 का पहला मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कोरोना के नए वेरिएंट पर प्रतिक्रिया दी है. कहा जा रहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है. यह एक सब-वेरिएंट है. दो-तीन महीने पहले जब सिंगापुर एयरपोर्ट पर भारतीयों की जांच की गई तो उनमें भी इस वेरिएंट की पुष्टि हुई थी. यह वैरिएंट न केवल केरल में बल्कि भारत के अन्य क्षेत्रों में भी मौजूद है।
क्या है कोरोना का ये JN1?
बता दें, कोरोना का यह नया वेरिएंट गंभीर रूप से इम्यूनोलॉजिकल और तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है। जो कि XBB और इस वायरस के पहले के सभी वैरिएंट से बिल्कुल अलग है। यह वैरिएंट उन लोगों को भी अपना शिकार बना रहा है जो पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
ये वेरिएंट पिछले वेरिएंट से काफी अलग हैं
JN1 वेरिएंट पिछले सभी वेरिएंट से काफी अलग है। यही कारण है कि टीकाकरण और बूस्टर डोज के बाद भी यह वेरिएंट एंटीबॉडीज को मात दे रहा है। साफ है कि लोगों को इस बात से संतुष्ट नहीं होना चाहिए कि उन्हें पहले कोरोना हो चुका है. और ऐसा दोबारा नहीं होगा. पहले से गंभीर बीमारी वाले व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि वे कई कारणों से कोविड के दौरान या उसके बाद अस्थिर हो सकते हैं।