वनोपज को बढ़ावा देने में सेंट्रल प्रोसेसिंग एंड रिसर्च सेंटर मिल का पत्थर साबित होगा-शिल्पी नेहा तिर्की
Report by Sourav Ray
रांची: राजधानी रांची के सिमलिया स्थित झारखंड राज्य लघु वनोपज सहकारी विकास एवं विपणन संघ लिमिटेड के नवनिर्मित सेंट्रल प्रोसेसिंग एंड रिसर्च सेंटर भवन उदघाटन कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने किया . इस अवसर पर एक दिवसीय सहकारिता समागम सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया . इस मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि झारखंड राज्य का 29 प्रतिशत भू भाग वन से आच्छादित है . जनजातीय समुदाय की एक बड़ी आबादी का जीविकोपार्जन वनोपज ही है . सीधे शब्दों में कहे तो कृषि के बाद ग्रामीण आजीविका का ये दूसरा सबसे बड़ा साधन है . केंदू पत्ता , महुआ , चिरौंजी , कुसुम , करंज , आम , कटहल सहित कई तरह के औषधीय पौधे राज्य के जंगलों में मिलते है . ग्रामीण हाट बाजार में ग्रामीण इसे बेचकर अपना जीवन चला रहे है . लेकिन बदलते हुए समय में ऐसे वनोपज को आधुनिकता के सांचे ढलना जरूरी है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि प्रोसेसिंग यूनिट इसमें मददगार साबित हो सकता है . खासकर महिला समूह वनोपज को अपने रोजगार और व्यापार का हिस्सा बना कर सफल उद्यमी की रेस में शामिल हो सकती है .कुछ दिन पहले तक इस सिमलिया गांव के इसी स्थान पर पक्षियों की चहचहाहट तक सुनने को नहीं मिलती थी , लेकिन एक छोटी सी पहल से आज पूरी फिज़ा बदल गई है . कल तक प्रोसेसिंग यूनिट में रखी हुई मशीन पर धूल जमे थे , आज वो काम करने लगी है . ये छोटा सा प्रयास आने वाले दिनों में मिल का पत्थर साबित होगा . ग्रामीण अपने वनोपज को बहुत मामूली शुल्क अदा कर इसकी पैकेजिंग कर बाजार में बेच सकते है . झारखंड में वनोपज पर एक बड़ी आबादी की निर्भरता है और राज्य सरकार का उद्देश्य वनोपज को तेजी से बढ़ावा देना , उसके लिए बाजार उपलब्ध कराना है . कृषकों के विकास और आर्थिक संवर्धन में वनोपज की बड़ी भूमिका है . कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की योजनाओं की सही जानकारी से किसान अपने पारंपरिक खेती के साथ _ साथ उन्नत कृषि से जुड़ सकते है . इसके लिए किसान भाईयों को कही जाने की जरूरत नहीं , बल्कि आज सरकार गांव _ गांव और किसानों के खेत _ खलिहान तक जाने का काम कर रही है . मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आज यहां इमली से लेकर आंवला तक के लिए प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की गई है . वनोपज से जुड़े ग्रामीणों को प्रोसेसिंग यूनिट के महत्व को समझते हुए इसका लाभ उठाने की जरूरत है . सरकार हर कदम पर हर तरह की मदद करने के लिए तैयार है .