बालासोर में छात्रा की आत्महत्या मामले में झारखंड में शुरू हुई राजनीति, झामुमो-भाजपा आमने-सामने
बालासोर (ओडिशा) में फकीर मोहन स्वायत्त कॉलेज की एक 20 वर्षीय बीएड छात्रा द्वारा यौन उत्पीड़न के विरोध में आत्मदाह करने और बाद में एम्स भुवनेश्वर में मृत्यु के मामले ने झारखंड में भी राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। इस घटना पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आमने-सामने हैं।झामुमो ने इस मामले को लेकर ओडिशा की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बिहार के पूर्णिया में आदिवासियों की हत्या के मामले को जोड़ते हुए भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं भाजपा सरकारों की विफलता को दर्शाती हैं।
दूसरी ओर, झारखंड भाजपा के प्रवक्ता रमाकांत महतो ने इसका बचाव करते हुए कहा कि बिहार सरकार कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर है और कार्रवाई कर रही है।इसके अलावा, झारखंड में पहले से ही राजनीतिक माहौल गर्म है, खासकर पुराने मामलों जैसे 2020 में एक महिला के वीडियो से उपजे विवाद के बाद, जिसमें भाजपा नेताओं पर जबरदस्ती और धमकी के आरोप लगे थे। झामुमो ने तब भी इसे हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने की साजिश करार दिया था। इस तरह, बालासोर की घटना ने झारखंड में दोनों दलों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।