बिहार की सियासी सियासत में एक बार फिर भूचाल, नीतीश कर सकते हैं विधानसभा भंग!
रांची: बिहार की राजनीति में एक बार फिर सियासी हलचल तेज हो गई है. राज्य की सियासी सरगर्मी को भांपते हुए अब यह कयास लगाया जा रहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी भी बिहार विधानसभा को भंग कर सकते हैं. दूसरी ओर, नीतीश के राजद से नाता तोड़ने की अटकलों के बीच लालू खेमे ने 122 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए 8 और विधायक जुटाने की कवायद तेज कर दी है.
आपको बता दें, बिहार में कुल 243 सीटें हैं, फिलहाल बिहार विधानसभा सीटों पर नजर डालें तो अगर राजद+कांग्रेस+लेफ्ट की सीटें मिला दी जाएं तो 79+19+16 यानी कुल 114 नंबर निकलते हैं. बहुमत के लिए लालू खेमे को 122 का आंकड़ा चाहिए, ऐसे में साफ है कि बहुमत के लिए 8 विधायकों की कमी है और लालू खेमा इन 8 विधायकों को पाने की जुगत में लग गया है.
नीतीश कुमार अपने प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं
इस बीच खबर सामने आई है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार अपनी पार्टी यानी जेडीयू के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. खबर है कि लालू अपने खेमे के लिए जादुई आंकड़े जुटा सकें, उससे पहले सीएम नीतीश कुमार बिहार विधानसभा को भंग कर सकते हैं.
सीएम आवास के बाद अब राबड़ी आवास में हड़कंप मच गया है
अगर बिहार में लालू खेमे की सत्ता हासिल करने के लिए सीटों के समीकरण की बात करें तो जीतन राम मांझी की पार्टी HAM के पास कुल 4 विधायक हैं और AIMIM के पास एक विधायक है जबकि एक निर्दलीय विधायक है. अगर इन विधायकों को लालू खेमे में शामिल कर लिया जाए तो भी लालू को बहुमत के लिए 2 विधायकों की जरूरत होगी. इस बीच मुख्यमंत्री आवास के बाद अब राबड़ी आवास में भी हलचल तेज हो गई है. भोला यादव और शक्ति सिंह यादव लालू प्रसाद यादव से मिलने राबड़ी आवास पहुंचे हैं. उनके साथ कई अन्य विधायक भी राबड़ी आवास पहुंचने लगे हैं.
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य की पोस्ट से बिहार में सियासी बवाल मच गया है
लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने ऊपर तीन पोस्ट शेयर किए हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करने के बाद बिहार की राजनीति में अचानक भूचाल आ गया है. मामला इतना बढ़ गया कि खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोहिणी आचार्य द्वारा शेयर किए गए पोस्ट पर जानकारी मांगी. वहीं, जब राज्य की सियासत गरमाती नजर आई तो रोहिणी ने बिना कोई सफाई दिए चुपचाप अपने सारे पोस्ट डिलीट कर दिए।
बता दें, रोहिणी आचार्य ने कुल तीन पोस्ट शेयर किए थे जिसमें उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था कि ‘समाजवादी अग्रदूत होने का दावा वही है, जिसकी विचारधारा हवाओं की तरह बदल रही है…’ इसके बाद रोहिणी ने लिखा अपनी अगली पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘क्या होगा अगर कोई मुझे अपने योग्य कानून का तरीका बताए, जबकि वह खुद अपने इरादों में दोषी हो।’ इसे सीएम नीतीश कुमार पर परोक्ष निशाने के तौर पर भी देखा जा रहा है.


