नवरात्रि 2024: नवरात्रि की महाअष्टमी आज, मां महागौरी स्वरूप की हो रही है पूजा, जानें महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा की अलग-अलग स्वरूपों में पूजा की जाती है। आज (10 अक्टूबर) चैत्र नवरात्रि का आठवां दिन है। नवरात्रि के दौरान हिंदू धर्म में महाअष्टमी को एक महत्वपूर्ण तिथि माना जाता है। इस दिन देवी दुर्गा की महागौरी के रूप में पूजा की जाती है। इस साल नवरात्रि का आठवां दिन 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
नवरात्रि के आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा की जाती है।
मां महागौरी देवी दुर्गा का आठवां रूप हैं। नवरात्रि के आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा की जाती है। महागौरी नाम दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें “महा” का अर्थ है महान और शक्तिशाली, और “गौरी” का अर्थ है गोरा। इसलिए, देवी दुर्गा के इस अवतार को उनके गोरे रंग के कारण यह नाम मिला।
मान्यता है कि मां महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति के शरीर में सोम चक्र जागृत होता है। इसके फलस्वरूप जातक को जीवन में आने वाली सभी प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। मां की कृपा और आशीर्वाद से सभी दुख-दर्द कम हो जाते हैं। इसलिए शास्त्रों में देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी को ऐश्वर्या और अन्नपूर्णा के नाम से भी जाना जाता है।
कन्या पूजन के साथ शारदीय नवरात्रि का समापन
अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन के साथ शारदीय नवरात्रि का समापन होता है। इस दिन हिंदू धर्म के हर समुदाय के भक्त एकत्रित होते हैं। और नवरात्रि के दौरान अष्टमी के दिन कन्या पूजन किया जाता है। नवरात्रि के दौरान अष्टमी पूजन पर कई जातक अपनी मान्यताओं और परंपराओं के अनुसार मुंडन या मुंडन, अन्नप्राशन संस्कार और गृह प्रवेश या गृह प्रवेश जैसे विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और समारोह करते हैं। शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, अष्टमी 10 अक्टूबर को दोपहर 12:31 बजे से शुरू हो रही है। अष्टमी 11 अक्टूबर को दोपहर 12.06 बजे समाप्त होगी।
पूजा विधि
आज अष्टमी के दिन सुबह स्नान-ध्यान करने के बाद महागौरी की पूजा में सफेद, लाल या गुलाबी रंग के वस्त्र पहनें। सबसे पहले कलश की पूजा करें और विधि-विधान से मां की पूजा करें। फिर देवी महागौरी को चंदन, रोली, मौली, कुमकुम, अक्षत, मोगरे के फूल चढ़ाएं। इसके बाद देवी के सिद्ध मंत्र श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: का जाप करें।