होटवार जेल में रात गुजारेंगे मंत्री आलमगीर आलम, 6 दिनों तक करेंगे ED के सवालों का सामना
ईडी ने मंत्री की रिमांड कॉपी की कुछ अहम बातें कोर्ट को दीं
Ranchi: झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को टेंडर कमीशन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छह दिन की रिमांड पर लिया है. उन्हें आज कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया। पेशी के दौरान ईडी ने उनसे 10 दिन की रिमांड मांगी थी, जिस पर ईडी ने 6 दिन की रिमांड अवधि मंजूर की. मामले में उनसे पूछताछ 17 मई से शुरू होगी. उन्हें न्यायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया गया है. मंत्री आज की रात होटवार जेल में गुजारेंगे.
यहां ईडी द्वारा अदालत को दी गई रिमांड की एक प्रति दी गई है।
ईडी द्वारा कोर्ट को दी गई रिमांड कॉपी की कुछ अहम बातें
ईडी की ओर से पीएमएलए कोर्ट को दी गई जानकारी के मुताबिक आलमगीर आलम के निर्देश पर ही टेंडर में कमीशन का खेल चल रहा था. वीरेंद्र राम ने ईडी को जो बताया, उसके मुताबिक ईडी ने कई अहम जानकारियां कोर्ट को साझा कीं. आलमगीर आलम को टेंडर कमीशन का 1.5 प्रतिशत दिया गया था.
वहीं, रिमांड की कॉपी में यह भी लिखा है कि टेंडर आवंटन के लिए 3 करोड़ रुपये की रकम एक सहायक अभियंता के माध्यम से भेजी गई थी. वीरेंद्र राम के बयान में कमीशन का यह खेल पूरी तरह उजागर हो गया. इसके साथ ही जहांगीर के आवास से मिले 32.20 करोड़ रुपये का भी सीधा कनेक्शन आलमगीर आलम से है. जहांगीर आलम ने संजीव लाल के निर्देश पर पैसे रखे थे और संजीव लाल ने मंत्री के निर्देश का पालन किया था. आगे बताया गया है कि संजीव लाल मंत्री आलमगीर आलम समेत अन्य लोगों के लिए कमीशन वसूलता था. इस जांच में आलमगीर आलम की भूमिका काफी अहम है. जिसके चलते मामले में उनसे पूछताछ जरूरी है.
दो दिन की पूछताछ के बाद 15 मई को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया
15 मई (बुधवार) को ओएसडी संजीव लाल और उनके सहायक जहांगीर आलम के घर से बरामद 32 करोड़ से ज्यादा कैश मामले में ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम से 7 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद उन्होंने 15 मई की रात ईडी दफ्तर में बिताई. 16 मई को उन्हें पेशी के लिए पीएमएलए कोर्ट ले जाया गया था. बता दें, इससे पहले मंगलवार (14 मई) को ईडी ने मामले में 7 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की थी.