Hazaribagh: शराब बार ठिकाने से मिला झारखंड सरकार का बार कोड, उत्पाद विभाग भी संदेह के घेरे में
झाड़ी से नकली शराब का लेबल, ढक्कन, स्टीकर लगा 250 लीटर स्प्रिट बरामद किया गया
हज़ारीबाग़: गुप्त सूचना के आधार पर चौपारण थाना क्षेत्र के ग्राम पड़रिया में सुनसान जगह पर सड़क के किनारे झाड़ियों में भारी मात्रा में अवैध स्प्रिट, ढक्कन, स्टीकर और लेबल (रैपर) छिपाकर रखा गया था, जो योजनाबद्ध तरीके से तैयार किया गया था. चार पहिया वाहन में लादकर बिहार ले जाना है। उक्त सूचना पर छापेमारी दल पड़रिया गांव के सुनसान स्थान पर पहुंची और इलाके की तलाशी के क्रम में सड़क से लगभग 20 गज की दूरी पर झाड़ियों में छिपाकर रखे गये 05 प्लास्टिक स्प्रिट बरामद किये गये, जिसे खोलने पर पता चला. लगभग 50-50 लीटर लगभग 250 लीटर अवैध स्प्रिट भरा हो।
प्लास्टिक की एक बड़ी बोरी में शराब कंपनी का नकली ढक्कन, करीब 2500 पीस का स्टीकर (लेबल रैपर) और झारखंड सरकार द्वारा जारी नकली बारकोड मिला. जिसे विधिवत जप्ती सूची बनाकर जब्त कर लिया गया। जांच के क्रम में पता चला कि उक्त बरामद माल बिहार ले जाने की तैयारी थी. जिससे नकली शराब बेचकर अधिक मुनाफाखोरी की जाती।
इस संदर्भ में चौपारण थाना कांड संख्या 157/24 धारा 272/273/290/406/420 आईपीसी 47 (ए) उत्पाद अधिनियम, 63/65 कॉपी राइट एक्ट धारा 272/273/290/406/420 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है. , 47 (ए) उत्पाद अधिनियम, 63/65 कॉपीराइट अधिनियम। स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) दीपक कुमार सिंह ने कहा कि बरामद माल की तस्करी करने वाले अज्ञात आरोपियों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। छापेमारी दल में पुअनि दीपक कुमार सिंह, चौपारण थाना प्रभारी निलेश कुमार रंजन, चौपारण थाना के पुअनि शामिल थे.
मोबाइल अवैध शराब फैक्ट्री ने उत्पाद विभाग की भी पोल खोल दी
चौपारण में मोबाइल फैक्ट्री के उद्भेदन को लेकर पुलिस ने उत्पाद विभाग को भी कटघरे में खड़ा किया है. उत्पाद विभाग, जिस पर राजस्व संग्रहण की बड़ी जिम्मेदारी है, उसकी शराब की बोतल पर झारखंड सरकार का बारकोड होता है. उस बारकोड का शानदार दोहराव भी कई वर्षों से होता आ रहा है. उत्पाद विभाग सोया हुआ है और इस चुनावी माहौल में भारी मात्रा में नकली शराब का निर्माण किया जा रहा है. प्रत्येक क्रिया के बाद शराब का उत्पादन दोगुनी गति से बढ़ता है।