भारत का पानी पहले बाहर जाता था, अब वह भारत के हितों के लिए रुकेगा और काम आएगा: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने हाल ही में कहा कि पहले भारत का पानी बाहर जा रहा था, लेकिन अब वह भारत के हितों के लिए रुकेगा और काम आएगा। यह बयान भारत-पाकिस्तान के बीच पानी के बंटवारे से जुड़ा है, खासकर सिंधु जल समझौते के संदर्भ में। X पर कुछ पोस्ट्स के अनुसार, मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में रुकी जलविद्युत परियोजनाओं को गति दी है और चिनाब नदी पर बगलिहार बांध के जरिए पाकिस्तान को पानी का प्रवाह रोकने का प्रयास किया है। 2016 में उरी हमले के बाद मोदी ने कहा था कि “पानी और खून साथ नहीं बह सकते,” और अब इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
हालांकि, कुछ X पोस्ट्स में यह भी दावा है कि 70 साल से भारत का पानी पाकिस्तान को जा रहा है, और आज भी हुसैनीवाला बैराज से 700 क्यूसेक पानी रोज पाकिस्तान को मिल रहा है। इससे संकेत मिलता है कि पानी रोकने की प्रक्रिया पूरी तरह प्रभावी नहीं हुई हो सकती। यह एक जटिल मुद्दा है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय समझौते और क्षेत्रीय राजनीति शामिल है, इसलिए इन दावों की सत्यता को लेकर स्पष्ट सबूतों की कमी है।
आपके द्वारा साझा की गई तस्वीरें बिहार पुलिस के तबादले से संबंधित हैं, जो इस बयान से जुड़ी नहीं हैं। क्या आप इस विषय पर और जानकारी चाहते हैं?