टेंडर कमीशन घोटाला मामले में आईएएस मनीष रंजन ईडी दफ्तर पहुंचे, हो रही पूछताछ
रांची: ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर कमीशन घोटाला मामले में आईएएस मनीष रंजन की भूमिका की ईडी की टीम लगातार जांच कर रही है. टेंडर कमीशन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने आईएएस मनीष रंजन को तीसरा समन भेजकर आज सोमवार (3 जून) को पूछताछ के लिए जोनल ऑफिस बुलाया है. इसी को लेकर आईएएस मनीष रंजन ईडी दफ्तर पहुंचे हैं. वे संपत्ति से जुड़े दस्तावेज लेकर ईडी दफ्तर पहुंचे हैं.
कमीशन के खेल को लेकर ग्रामीण विकास विभाग मनीष रंजन से पूछताछ कर रहा है. टेंडर कमीशन मामले में आज उनसे फिर पूछताछ होने वाली है. इससे पहले 28 मई को ईडी ने मनीष रंजन से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की थी. पहले समन पर पेश नहीं होने के बाद ईडी ने मनीष रंजन को दूसरा समन भेजकर पूछताछ के लिए जोनल ऑफिस बुलाया था. बता दें, जांच के दौरान ईडी को आईएएस मनीष रंजन के खिलाफ कई सबूत मिले हैं. ईडी ने 28 मई को आईएएस मनीष रंजन से पूछताछ की थी और उनका बयान दर्ज किया था.
पूछताछ के दौरान ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम से भी क्रॉस वेरिफिकेशन किया। इससे पहले भी ईडी ने मनीष रंजन को मामले में पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया था, लेकिन वे नहीं पहुंचे। उन्होंने ईडी को पत्र लिखकर समय मांगा था, जिसके बाद ईडी ने उन्हें दूसरा समन जारी कर 28 मई को ईडी के जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था। मनीष रंजन फिलहाल भू-राजस्व विभाग के सचिव हैं। इससे पहले वे ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के पद पर पदस्थापित रह चुके हैं। मंत्री आलमगीर की गिरफ्तारी के बाद मनीष रंजन का नाम सामने आया। टेंडर के एवज में कमीशन लेने का आरोप लगा है। मामले में अब तक आठ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।