मैं शुरू से कह रहा था कि इतना बड़ा पेपर लीक का घोटाला ‘उपर’ की संलिप्तता के बगैर नहीं हो सकता…! बाबूलाल मरांडी
मैं शुरू से कह रहा था कि इतना बड़ा पेपर लीक का घोटाला ‘उपर’ की संलिप्तता के बगैर नहीं हो सकता है। यह बातें मैंने अपने अनुमान के आधार पर कहा था लेकिन आज ईडी ने हेमंत सोरेन की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए 12 पन्नों की जो जानकारी कोर्ट में दी है, उसमें लिखा गया है कि हेमंत के सखा आर्किटेक्ट विनोद सिंह के मोबाइल और घर से छात्रों की बड़ी संख्या में एडमिट कार्ड बरामद हुए हैं, जिन्हें पैसे लेकर बहाल किया जाना था। विनोद सिंह कौन है, ये सभी जानते हैं। देश-विदेश की सपरिवार यात्रा में ये हेमंत सोरेन के साथ साये की तरह चलता है। अब पता चला है कि हेमंत सोरेन ने दलाल बिनोद के साथ मिलकर ज़मीन तो लूटा ही साथ ही मारभात खाकर नौकरी की तैयारी करने वाले गरीब बेरोज़गार इन छात्रों को भी लूट लिया है। इस से बेशर्मी क्या हो सकती है कि कोयला, लोहा, पत्थर, बालू, जमीन बेचने वाले हेमंत ने गरीबों की नौकरी बेचने का भी काम कर दिया। हम मुख्यमंत्री
ChampaiSoren जी से मॉंग करते हैं कि बिना विलम्ब JSSSC घोटाले की की जॉंच सीबीआई से कराने की अनुशंसा करें।