ED Raid: जमीन घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED ने रांची में की छापेमारी, कांके अंचल कार्यालय में दस्तावेजों की जांच की
ED Raid: जमीन घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED की टीम ने रांची में छापेमारी की है। ED ने जमीन कारोबारी कमलेश कुमार कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई की है।
Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रांची में जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को कमलेश कुमार के ठिकानों पर फिर से छापेमारी की। एजेंसी की टीमें चामा बस्ती और कांके रिसॉर्ट पहुंचीं और मौके पर मौजूद लोगों से जांच और पूछताछ की। एजेंसी के बार-बार समन के बावजूद कमलेश कुमार पेश नहीं हुए हैं। ED ने 21 जून को कांके रोड के चांदनी चौक स्थित एस्टर ग्रीन अपार्टमेंट में कमलेश के फ्लैट पर भी छापेमारी की थी। इस दौरान करीब एक करोड़ नकद और 100 से ज्यादा कारतूस बरामद किए गए थे।
कमलेश कुमार ने पिछले आठ-दस सालों में जमीन के कारोबार में खूब कमाई की है। रांची के मशहूर कांके रिसॉर्ट में भी उनकी पार्टनरशिप बताई जाती है। कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले में वह जेल जा चुका है। आरोप है कि उसने दस्तावेजों में हेराफेरी कर राज्य के कई पुलिस अफसरों को भी गलत तरीके से जमीन बेची है। एजेंसी को सूचना मिली है कि उसने कई ग्रामीणों की जमीन फर्जी डीड बनाकर बेची है। बुधवार को एजेंसी ने चामा बस्ती में कुछ प्रभावित लोगों के बयान दर्ज किए। ED ने रांची जमीन घोटाले में प्रियरंजन सहाय, शेखर कुशवाहा समेत अन्य आरोपियों से पूछताछ की थी। उसके मोबाइल में फर्जी जमीन के दस्तावेजों के आदान-प्रदान के साक्ष्य और कमलेश से चैट का ब्योरा मिला था।
इसके बाद उसे कई बार तलब किया गया, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ। कमलेश मूल रूप से जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र का रहने वाला है और करीब डेढ़ दशक से रांची में रह रहा है। कुछ साल तक प्रेस फोटोग्राफर और फिर क्राइम रिपोर्टर का काम किया। बाद में वह जमीन के धंधे से जुड़ गया।