रांची में सिटी बसों का संकट: परिचालन स्थायी रूप से बंद, 50 से अधिक कर्मचारियों की नौकरी पर संकट
रांची/डेस्क: झारखंड की राजधानी रांची में सिटी बस सेवा, जो शहरवासियों के लिए सार्वजनिक परिवहन की मुख्य धुरी रही है, अब स्थायी रूप से बंद हो चुकी है। रांची नगर निगम (आरएमसी) के इस फैसले से यात्रियों को गंभीर असुविधा हो रही है, जबकि लगभग 50 ड्राइवरों और कंडक्टरों को बिना किसी पूर्व चेतावनी के नौकरी से हटा दिया गया है। यह सेवा वर्ष 2010 से चालू थी और पिछले 15 वर्षों में लाखों लोगों को सस्ती और सुविधाजनक यात्रा प्रदान कर रही थी।नाराज कर्मचारियों ने विरोध में कचहरी चौक पर बसों के सामने धरना शुरू कर दिया है।
उनका आरोप है कि नगर निगम ने आर्थिक कारणों का हवाला देकर उन्हें रातोंरात बेरोजगार कर दिया, जबकि उनके पास कोई वैकल्पिक रोजगार नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वे पिछले डेढ़ दशक से निष्ठापूर्वक सेवा दे रहे थे, लेकिन अब उनके परिवारों का भरण-पोषण कैसे होगा, यह सवाल खड़ा हो गया है।हालांकि, नगर निगम ने तत्काल राहत के रूप में सिटी बसों का परिचालन वैकल्पिक मार्गों से जारी रखने का ऐलान किया है। इसके बावजूद, हटाए गए अनुबंधित कर्मचारी अब फिरायालाल चौक पर जाकर बसों के आगे धरना देंगे, ताकि उनकी मांगें—नौकरी बहाली और उचित मुआवजा—पर ध्यान दिया जाए।नगर निगम अधिकारियों से मुलाकात के दौरान कर्मचारियों ने अपनी पीड़ा बयां की, लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला शहर की यातायात व्यवस्था को और जटिल बना देगा, क्योंकि नई 244 बसों की योजना अभी भी टेंडर प्रक्रिया में अटकी हुई है। यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की है, जहां #SaveRanchiCityBus ट्रेंड कर रहा है।नागरिकों से अपील है कि वैकल्पिक परिवहन साधनों का उपयोग करें और प्रदर्शन स्थलों पर सतर्क रहें। नगर निगम ने कहा है कि जल्द ही नई योजना के तहत बस सेवा को पुनः चालू करने पर विचार किया जाएगा।