बिहार राजनीतिक संकट: सियासी घमासान के बीच राजद ने मांझी के बेटे को दिया डिप्टी सीएम पद का ऑफर
नीतीश कुमार के लिए आसान नहीं होगा एनडीए के साथ सरकार बनाना: कांग्रेस सूत्र
रांची: बिहार सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. कहा जा रहा है कि एनडीए से दो साल अलग रहने के बाद नीतीश एक बार फिर एनडीए के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, राजद और नीतीश के बीच तनावपूर्ण माहौल के बीच बिहार के राजनीतिक विशेषज्ञों द्वारा अटकलें लगाई जा रही हैं कि बिहार में सत्ता कभी भी पलट सकती है। नीतीश फिर से एनडीए के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. इसके लिए फॉर्मूले पर मुहर लगनी बाकी है.
राजद ने मांझी के बेटे से किया संपर्क, दिया डिप्टी सीएम पद का ऑफर!
हालांकि, इस दौरान राजद भी नीतीश को मनाने की कोशिश कर रही है और अपने प्लान बी पर भी काम कर रही है. राज्य सरकार पर मंडराते संकट के बीच राजद अपने खेमे में जादुई आंकड़े जुटाने की कवायद में जुटी है. सूत्रों से खबर सामने आई है कि राजद ने जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी से संपर्क कर उन्हें बिहार के उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया है. कुछ महीने पहले जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने महागठबंधन सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन इस वक्त बिहार से लेकर राजधानी दिल्ली तक हलचल मची हुई है, जिसका असर इस वक्त बिहार की राजनीति में साफ नजर आ रहा है. बिहार में राजद नेताओं की राबड़ी आवास पर और जदयू नेताओं की सीएम नीतीश के आवास पर बैठकें चल रही हैं.
सरकार बनाने के लिए राजद को 8 और विधायकों की जरूरत है
बिहार की राजनीति में कभी भी बड़ा उलटफेर हो सकता है और इस बीच राजद अपने जादुई आंकड़े जुटाने में लगी हुई है. सरकार बनाए रखने के लिए राजद को 122 सदस्यों की जरूरत है। अगर नीतीश कुमार विधानसभा भंग करते हैं तो ऐसी स्थिति में सरकार बनाने के लिए राजद को 8 विधायकों की जरूरत होगी. और इसके लिए राजद कई विधायकों से संपर्क करने में जुटी है. जीतन राम मांझी की पार्टी के पास कुल 4 विधायक हैं लेकिन इस समय मांझी की पार्टी एनडीए का हिस्सा है. सूत्रों से मिल रही खबरों के मुताबिक, लालू खेमे ने सरकार बरकरार रखने के लिए मांझी की पार्टी को बिहार में डिप्टी सीएम पद का ऑफर दिया है. अगर मांझी की पार्टी वापस महागठबंधन में आती है तो उनके बेटे को डिप्टी सीएम का पद और 2-3 से ज्यादा लोकसभा सीटें दी जा सकती हैं.
नीतीश कुमार के लिए एनडीए के साथ सरकार बनाना आसान नहीं होगा: कांग्रेस
इसी बीच सूत्रों के हवाले से एक और खबर सामने आ रही है जिसमें कांग्रेस का कहना है कि कांग्रेस हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हर स्थिति के लिए तैयार है. कांग्रेस सूत्रों से यह बात भी सामने आई है जिसमें कहा गया है कि नीतीश के लिए एनडीए के साथ सरकार बनाना आसान नहीं होगा क्योंकि ऐसे में चिराग पासवान और उपेन्द्र कुशवाहा किस राह जाएंगे? और इस समय बिहार विधानसभा अध्यक्ष भी हमारी यानी राजद की ओर से हैं.