बिहार न्यूज़: अब यूपी स्टाइल में जवाब देगी बिहार पुलिस, CM नीतीश ने दी खुली छूट
बिहार में अपराधियों के बढ़ते हौसले को कुचलने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लिया है। अब बिहार पुलिस को अपराधियों से निपटने के लिए खुली छूट मिल गई है। ADG कुंदन कृष्णन ने साफ कहा- “अगर कोई अपराधी पुलिस पर कट्टा तानेगा, तो जवाब में सीधे गोली चलेगी।” यानी अब बिहार में भी यूपी की तर्ज पर पुलिस की बंदूकें गरज सकती हैं।
बिहार में कानून-व्यवस्था: पुलिस पर हमले के बाद सख्त रुख
पिछले कुछ दिनों से बिहार में बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। बेखौफ अपराधी अब पुलिस पर भी हमला करने से नहीं हिचक रहे। बीते हफ्ते कई जिलों में पुलिस टीमों पर हमले की घटनाएं सामने आईं, जिसमें दो ASI शहीद हो गए और कई पुलिसकर्मी घायल हुए। कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। इसी बीच, सोमवार (17 मार्च) को CM नीतीश कुमार ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इस बैठक में मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा और डीजीपी सहित तमाम बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
CM का सख्त निर्देश: अपराधियों को उनकी भाषा में जवाब दो
मीटिंग में CM ने साफ कर दिया कि कानून-व्यवस्था सरकार की टॉप प्रायोरिटी है। उन्होंने पुलिस के हाथ खोलते हुए कहा, “अपराधियों को उसी भाषा में जवाब दो, जो वो समझते हैं। अपराध नियंत्रण में कोई ढील नहीं चलेगी।” सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपराध के कारणों की गहराई से जांच हो, दोषियों की पहचान हो और बिना भेदभाव के सख्त एक्शन लिया जाए। अगर कोई साजिश सामने आए, तो उसे भी बेनकाब कर कठोर कार्रवाई की जाए।
ADG का बयान: गोली का जवाब गोली से
पुलिस मुख्यालय के ADG कुंदन कृष्णन ने बैठक के बाद कहा, “अगर अपराधी पुलिस पर हथियार उठाता है, तो पुलिस को सेल्फ डिफेंस में गोली चलाने की पूरी छूट है। ये हमारा अधिकार है। अगर सामने वाला जान लेने की नीयत दिखाए, तो पुलिस चुप नहीं रहेगी।” उन्होंने आगे कहा, “हाल की घटनाओं में हमारे दो जवान शहीद हुए हैं। अब पुलिस आत्मरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतेगी। गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।” ADG के इस बयान से साफ है कि बिहार पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है।
क्या यूपी स्टाइल में बदलेगा बिहार?
CM के निर्देश और ADG के बयान के बाद ये सवाल उठ रहा है कि क्या बिहार में भी अब यूपी की तरह एनकाउंटर का दौर शुरू होगा? नीतीश सरकार ने संदेश दे दिया है कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस और प्रशासन को हर हाल में कानून-व्यवस्था कायम करने के लिए मुस्तैद रहने को कहा गया है। अब देखना ये है कि बिहार पुलिस इस खुली छूट का इस्तेमाल कैसे करती है और अपराध पर कितनी लगाम लग पाती है।
