बिहार शराबबंदी: बिहार में जाम छलकाने वाले SHO गिरफ्तार, करीब 4 घंटे तक पूछताछ
मोतिहारी न्यूज़: बिहार में शराबबंदी है, लेकिन इस शराबबंदी में भी जाम छलकाने वाले लोग हैं, जिनके वीडियो भी समय-समय पर सामने आते रहते हैं. मोतिहारी में एडिशनल एसएचओ का शराब पीते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है.
मोतिहारी: बिहार शराबबंदी: बिहार के मोतिहारी में शराबबंदी का उल्लंघन करने वाले नकरदेई थाने के एडिशनल एसएचओ कृष्णा यादव को एसपी स्वर्ण प्रभात ने निलंबित कर दिया. जिन्हें आज गिरफ्तार कर लिया गया है. एसपी के सख्त निर्देश के बाद निलंबित एडिशनल थानाध्यक्ष को बीते दिन (26 सितंबर) घर नहीं जाने दिया गया. बीते दिन दोपहर में शराब पीने का वीडियो सामने आने पर मोतिहारी एसपी द्वारा निलंबित किए जाने के बाद एडिशनल एसएचओ की वर्दी और पिस्टल को रक्सौल के एसडीपीओ कार्यालय में जमा करा दिया गया.

वहीं वर्दी उतरवाने के बाद निलंबित एडिशनल थानाध्यक्ष से
रक्सौल एसडीपीओ कार्यालय में करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई. उसके बाद आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद नकरदेई थाने के अपर थाना प्रभारी कृष्णा यादव को रक्सौल थाने में ही रखा गया है। कल वर्दी जमा करने के बाद करीब चार घंटे तक निलंबित रहे एडिशनल एसएचओ से रक्सौल के एसडीपीओ ने पूछताछ की कि वीडियो कब का है। कब, कहां, क्या करने गए थे? शराब पीने वाला और पिलाने वाला कौन था? क्या वह पहली बार शराब पीने गया था या पहले भी पी चुका है? पूछताछ के बाद एडिशनल थानाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार गिरफ्तार एडिशनल थानाध्यक्ष न सिर्फ एक ड्रग माफिया असलम के घर पर शराब पी रहा था बल्कि उसने आठ हजार रुपये रिश्वत में भी लिए थे, जिसे पुलिस ने उसके पास से बरामद कर लिया है। आज उसकी मेडिकल जांच हो सकती है। खून की जांच से एक सप्ताह के अंदर शराब की मात्रा का पता चल सकता है।

हालांकि निलंबित होने से पहले नकरदेई थाने के
एडिशनल एसएचओ ने स्वीकार किया था कि वह नकरदेई थाना कांड संख्या 11/24 के मामले में बात करने रक्सौल गया था। जहां कुछ लोग शराब पी रहे थे। अपर थानाध्यक्ष ने यह भी माना था कि जिस व्यक्ति के घर पर शराब पीने का वीडियो बनाया गया है, वह उक्त मामले में आरोपी नहीं है। हालांकि, यह संभव है कि यह वीडियो अपर थानाध्यक्ष को बुलाकर शराब पिलाकर फंसाने की नीयत से बनाया गया हो और यह वीडियो तभी बनाया जा सकता है, जब अपर थानाध्यक्ष बोतल से शराब पीते नजर आए हों।