हो जाएं सावधान! Ram Mandir में VIP एंट्री और फ्री प्रसाद के नाम पर हो रही ठगी…
राम मंदिर के उद्घाटन में अब महज 6 दिन बाकी रह गए हैं. कार्यक्रम को लेकर देश और दुनियाभर के भगवान राम के भक्त बेहद उत्सुक हैं. भक्त रामलला की एक झलक पाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. भक्तों की उत्सुकता को देखते हुए कुछ लोगों ने राम नाम पर ठगी का धंधा शुरू कर दिया है. ये लोग भगवान राम के वीआईपी दर्शन, दान और प्रसाद के नाम पर लोगों की जेबें काट रहे हैं. इतना ही नहीं ये लोग राम के नाम पर साइबर ठगी को भी अंजाम दे रहे हैं.
वॉट्सऐप और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मैसेज के जरिए ये लोग भक्तों को अपने जाल में फंसाने का काम कर रहे हैं. अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होगा, जिसके लिए अनुष्ठान भी प्रांरभ किया जा चुका है. इस बीच कुछ लोगों ने भगवान के नाम पर ठगी का धंधा चला रखा है. आइए जानते हैं किस तरह ये लोग भगवान राम के नाम पर भक्तों को बेवकूफ बनाकर लूटने का धंधा चला रहे हैं-
दान के लिए QR कोड
राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है. मंदिर के नाम पर चंदा इकट्ठा करने के लिए लोगों को क्यूआर कोड भेजा जा रहा है. क्यूआर कोड के साथ उन्हें विश्वास दिलाया जा रहा है कि चंदा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के पास जाएगा, जबकि यह झूठ है. ये पूरा पैसा ठगों के अकाउंट में जा रहा है. अगर कोई राम मंदिर के लिए चंदा देना चाहता है तो वह अयोध्या राम मंदिर के निर्माण कार्य की देखरेख कर रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के आधिकारिक अकाउंट में आसानी से दान कर सकता है. ट्रस्ट के अनुसार, मंदिर के समर्पण निधि वाले अकाउंट में दिसंबर तक 3,200 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा आ चुका है. ट्रस्ट पर मौजूद जानकारी में बताया गया कि राम मंदिर के लिए सबसे ज्यादा दान आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक मोरारजी बापू ने दिया है. उन्होंने राम मंदिर के लिए 11 करोड़ 30 लाख रुपये डोनेट किए हैं.
Whatsapp पर वीआईपी आमंत्रण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों को वॉट्सऐप पर अंजान मोबाइल नंबर से मैसेज आ रहे हैं, जिनमें अयोध्या के राम मंदिर के वीआईपी दर्शन की बात कही गई है. वीआईपी दर्शन के लिए कई तरह से ठग लोगों को मैसेज भेज रहे हैं. एक मैसेज में लिखा है कि अगर आप अयोध्या में भगवान राम के वीआईपी दर्शन करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें. यह लिंक एक APK फाइल है, जिसे टेक्नीकल टर्म में एंट्रॉयड एप्लीकेशन पैकेज कहते हैं. एपीके का इस्तेमाल गूगल प्ले स्टोर से इतर ऐप डाउनलोड करने के लिए किया जाता है, लेकिन इस केस में साइबर ठग लोगों की जेब काटने के लिए कर रहे हैं. अगर आपके पास भी ऐसा मैसेज आता है तो सावधान हो जाएं क्योंकि लिंक पर क्लिक करते ही आपका फोन साइबर ठगों के कब्जे में चला जाएगा. इसके जरिए फोन में मालवेयर इंस्टॉल किया जा रहा है. दूसरी तरह के मैसेज में लिखा नजर आएगा- Install Ram Janmbhoomi Grah Sampark Abhiyan to Get VIP Access. तीसरे मैसेज में लिखा दिखेगा- बधाई हो, आप लकी हैं और आपको 22 जनवरी को राम मंदिर में दर्शन के लिए वीआईपी एक्सेस किया है. पुलिस भी इस तरह के मैसेज के लिए जनता को आगाह कर रही है.