पुणे: पहलगाम हमले में शहीद संतोष जगदाले की बेटी असावरी ने IND vs PAK मैच पर उठाई आवाज, “यह शर्मनाक है, मैच नहीं होना चाहिए”
पुणे, महाराष्ट्र: एशिया कप 2025 के सबसे विवादास्पद मुकाबले भारत बनाम पाकिस्तान से ठीक पहले, पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने मैच के बहिष्कार की मांग की है। असावरी ने कहा कि यह मैच नहीं होना चाहिए, खासकर जब पहलगाम घटना को छह महीने भी नहीं हुए हैं। उन्होंने BCCI, क्रिकेटरों और प्रायोजकों पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए कि क्या देशभक्ति पैसे से तय होती है।
असावरी जगदाले के बयान का पूरा विवरणANI द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में असावरी ने भावुक होकर कहा:
“मुझे लगता है कि आज का मैच नहीं होना चाहिए था। अभी भी कुछ समय है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि BCCI ऐसा सोचता है। यह बेहद शर्मनाक है; पहलगाम की घटना को अभी 6 महीने भी नहीं हुए हैं। उसके बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ था… मुझे बुरा लगता है कि इतना कुछ होने के बावजूद, उन्हें इस मैच के आयोजन में कोई शर्म नहीं है। मुझे लगता है कि इन लोगों को इस बात की परवाह नहीं है कि लोग मारे गए… मैंने कल कहीं पढ़ा था कि आपको मिलने वाला पैसा आपकी देशभक्ति तय करता है। क्या यह सच है?… क्या आपके मन में उन लोगों के लिए कोई भावना नहीं है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है?… कुछ क्रिकेटरों ने कहा कि वे मैच नहीं चाहते, लेकिन जो लोग इच्छुक हैं और तैयार हैं, मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि आपको हीरो इसलिए माना जाता है क्योंकि आप देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। क्या आपको लगता है कि आप सचमुच हीरो हैं? आप उस देश के लोगों के खिलाफ खेल रहे हैं जिनके हाथ खून से रंगे हैं…”यह बयान पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान आया, जहां असावरी ने पहलगाम हमले (22 अप्रैल 2025) में अपने पिता को खोने के दर्द को साझा किया। उस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके जवाब में भारत ने मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।पहलगाम हमले का संक्षिप्त पृष्ठभूमि
- घटना: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी।
- प्रतिक्रिया: भारत ने चार दिवसीय सैन्य कार्रवाई की, जिसमें इंडस वाटर ट्रीटी सस्पेंड की गई, व्यापार बंद किया गया।
- प्रभाव: हमले के बाद भारत-पाक तनाव चरम पर पहुंचा, लेकिन एशिया कप 2025 का शेड्यूल पहले ही तय था।
अन्य पीड़ित परिवारों की प्रतिक्रियाएंअसावरी की आवाज अकेली नहीं है। अन्य परिवार भी मैच का विरोध कर रहे हैं:
- ऐशान्या द्विवेदी (शुभम द्विवेदी की पत्नी, कानपुर): “BCCI को पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए था। वे 26 शहीदों के प्रति असंवेदनशील हैं। फैंस स्टेडियम न जाएं, टीवी न खोलें—यह पैसा आतंकवाद को फंड करेगा।”
- सावन परमार (भवनगर, गुजरात): “मेरे भाई ने गोलियां खाईं, मुझे वो दे दो, फिर पाकिस्तान से मैच खेलना।” उनके पिता और भाई हमले में मारे गए।
- किरण यतिश परमार (सावन की मां): “यह मैच नहीं होना चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर व्यर्थ लगता है।”
ये बयान ANI और अन्य मीडिया स्रोतों से आए हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।सोशल मीडिया पर बहिष्कार की लहरX (पूर्व ट्विटर) पर #BoycottIndvsPak ट्रेंड कर रहा है। असावरी के वीडियो को ANI ने शेयर किया, जिसे 7,000+ व्यूज मिल चुके हैं। अन्य पोस्ट्स:
- @MeruOnX: “अगर आप इंडिया-पाकिस्तान क्रिकेट मैच खेलते हैं, तो आप हमारे इमोशंस के साथ खेलते हैं। ऑपरेशन सिंदूर का क्या मतलब अगर हम शहीद परिवारों का दर्द न समझें?”
- @UWCforYouth: ऐशान्या के वीडियो शेयर करते हुए, “क्रिकेटरों को बंदूक के दम पर नहीं खेलना पड़ रहा, फिर स्टैंड क्यों नहीं लेते?”
- @thetruthin: ऐशान्या के बयान पर, “BCCI और स्पॉन्सर्स राष्ट्रवाद के प्रति असंवेदनशील।”
टिकट बिक्री धीमी है, स्पॉन्सर पीछे हट रहे हैं, और दुबई में माहौल उदासीन है। पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा कि सरकार का फैसला अंतिम है, खिलाड़ी अपना काम करें। सुनील गावस्कर ने भी फैंस से खिलाड़ियों को निशाना न बनाने की अपील की।BCCI का पक्षBCCI सचिव देवजित सैकिया ने कहा: “हम बहिष्कार नहीं कर सकते, यह बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट है।” ACC के नियमों के तहत मैच होना अनिवार्य है, लेकिन राजनीतिक दबाव बढ़ रहा है।
पक्ष | मुख्य बिंदु | प्रतिनिधि उदाहरण |
---|---|---|
विरोध (पीड़ित परिवार) | मैच न खेलें, शहीदों का अपमान | असावरी जगदाले, ऐशान्या द्विवेदी |
समर्थन (BCCI/क्रिकेटर) | नियमों का पालन, सरकार का फैसला | देवजित सैकिया, कपिल देव |
सोशल मीडिया ट्रेंड | #BoycottIndvsPak, वीडियो वायरल | 10,000+ पोस्ट्स, 1M+ इम्प्रेशंस |
यह मुकाबला (रात 8 बजे, दुबई) सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि भावनाओं का मैदान बन गया है। असावरी की अपील से बहस तेज हो गई है—क्या क्रिकेट राजनीति से अलग रह सकता है? मैच के बाद ही साफ होगा।