SIR पर महागठबंधन ने बनाया बड़ा प्लान, तेजस्वी यादव ने दिया जिलाध्यक्षों को यह खास टास्क
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर महागठबंधन ने रणनीति बनाई है, जिसमें तेजस्वी यादव ने जिलाध्यक्षों को विशेष टास्क सौंपा है। हालांकि, उपलब्ध जानकारी में यह स्पष्ट नहीं है कि तेजस्वी ने जिलाध्यक्षों को ठीक क्या टास्क दिया। सामान्य तौर पर, तेजस्वी यादव और महागठबंधन ने SIR के खिलाफ व्यापक आंदोलन चलाया है, जिसमें 9 जुलाई 2025 को बिहार बंद का आयोजन शामिल था। इस दौरान, उन्होंने चुनाव आयोग पर पक्षपात और गरीब, दलित, पिछड़े, और अल्पसंख्यक वोटरों के नाम मतदाता सूची से हटाने का आरोप लगाया।
तेजस्वी ने सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने भी SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाए, जिसे वे विपक्ष की नैतिक जीत मानते हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि मतदाता सूची से किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम न कटे, खासकर उन लोगों का जो आधार कार्ड, मनरेगा कार्ड, या राशन कार्ड जैसे वैकल्पिक दस्तावेजों पर निर्भर हैं।
संभावना है कि जिलाध्यक्षों को टास्क में मतदाता जागरूकता, SIR प्रक्रिया की निगरानी, और स्थानीय स्तर पर गड़बड़ियों को रोकने के लिए कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना शामिल हो सकता है। इसके अलावा, 12 जुलाई 2025 को तेजस्वी के आवास पर हुई 6 घंटे की बैठक में सीट बंटवारे और साझा घोषणा-पत्र पर चर्चा हुई, जिसमें SIR के दौरान गड़बड़ी रोकने की रणनीति भी शामिल थी।
अधिक विशिष्ट जानकारी के लिए, कृपया सटीक स्रोत या ताजा अपडेट प्रदान करें, ताकि मैं जिलाध्यक्षों को दिए गए टास्क की सटीक जानकारी दे सकूं।