संभल हिंसा मामले में गठित न्यायिक आयोग के सामने आज SP संभल की पेशी, दर्ज होंगे बयान
संभल में 24 नवंबर 2024 को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के सामने आज, 11 अप्रैल 2025 को संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई अपने बयान दर्ज कराएंगे। यह पेशी लखनऊ में हो रही है, जहां आयोग की टीम हिंसा से जुड़े तथ्यों की गहराई से पड़ताल कर रही है।
प्रमुख बिंदु:
- आयोग का गठन: योगी सरकार ने इस मामले की जांच के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोग बनाया था, जिसमें रिटायर्ड आईपीएस एके जैन और रिटायर्ड आईएएस अमित मोहन प्रसाद शामिल हैं। आयोग को दो महीने में अपनी रिपोर्ट देनी थी, लेकिन जांच की जटिलता के कारण यह प्रक्रिया अभी भी जारी है।
- हिंसा का विवरण: 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वे के दौरान भीड़ ने पथराव, फायरिंग और आगजनी की थी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई थी और 30 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस घटना को सुनियोजित साजिश या अचानक हुई आपराधिक घटना के रूप में जांचा जा रहा है।
- एसपी की भूमिका: एसपी बिश्नोई उस दिन की घटनाओं, पुलिस की तैयारियों, और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताएंगे। इससे पहले, उन्होंने आयोग को बताया था कि भीड़ ने सामने से पथराव किया, गाड़ियां जलाईं, और छतों से पत्थर फेंके गए।
- जांच का दायरा: आयोग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि हिंसा के पीछे क्या कारण थे, क्या यह किसी साजिश का हिस्सा थी, और प्रशासन की ओर से क्या कमियां रहीं। इसके अलावा, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव भी दिए जाएंगे।
- अन्य बयान: आयोग पहले ही कई पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों, और आम लोगों के बयान दर्ज कर चुका है। जामा मस्जिद के सदर जफर अली और सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क से भी पूछताछ हो चुकी है, जिन पर हिंसा में भूमिका के आरोप हैं।
वर्तमान स्थिति:
यह पेशी हिंसा के कारणों और जिम्मेदारियों को स्पष्ट करने में महत्वपूर्ण हो सकती है। आयोग की जांच के आधार पर सरकार को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने और भविष्य की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। हालांकि, इस मामले में सियासी तनाव भी बना हुआ है, क्योंकि सपा और अन्य विपक्षी दल इसे अलग नजरिए से देख रहे हैं।
जांच अभी भी संवेदनशील मोड़ पर है, और एसपी के बयान से कुछ नए तथ्य सामने आ सकते हैं।
