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Tahawwur Rana in NIA Custody: तिहाड़ नहीं तो फिर कहां रखा गया है तहव्वुर राणा को? कैसी है सुरक्षा, 18 दिनों में NIA कौन-कौन से राज उगलवाएगी?

तहव्वुर राणा, जो 26/11 मुंबई हमलों का एक प्रमुख आरोपी है, को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 18 दिन की हिरासत में लिया है। खबरों के अनुसार, उसे तिहाड़ जेल में रखने की बजाय दिल्ली में एनआईए मुख्यालय के पास स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में एक अति-सुरक्षित सेल में रखा गया है। यह स्थान विशेष रूप से आतंकवाद से संबंधित मामलों के लिए तैयार किया गया है और उच्च सुरक्षा व्यवस्था से लैस है।

सुरक्षा व्यवस्था:

  • कड़ी सुरक्षा: राणा को लाने और ले जाने के दौरान भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए थे, जिसमें बुलेटप्रूफ वाहन, एनएसजी कमांडो, और स्वाट टीमें शामिल थीं। सीजीओ कॉम्प्लेक्स में भी मल्टी-लेयर सुरक्षा है, जिसमें सीसीटीवी, सशस्त्र गार्ड, और बायोमेट्रिक एक्सेस शामिल हैं।
  • निगरानी: राणा की हर गतिविधि पर 24×7 नजर रखी जा रही है। एनआईए ने सुनिश्चित किया है कि कोई भी अनधिकृत व्यक्ति उस तक न पहुंचे।
  • मेडिकल जांच: भारत लाए जाने के बाद राणा की मेडिकल जांच की गई, और उसकी सेहत पर भी नजर रखी जा रही है।

एनआईए की पूछताछ का फोकस:

18 दिनों की हिरासत में एनआईए का लक्ष्य राणा से कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल करना है। संभावित सवालों में शामिल हैं:

  1. 26/11 हमले की साजिश: एनआईए यह जानना चाहेगी कि हमले की योजना में राणा की भूमिका कितनी गहरी थी। डेविड कोलमैन हेडली के साथ उसकी बातचीत, जिसमें 230 से अधिक फोन कॉल्स दर्ज हैं, की जांच होगी।
  2. पाकिस्तानी कनेक्शन: राणा से लश्कर-ए-तैयबा और अन्य पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठनों, जैसे हर्कत-उल-जिहादी इस्लामी, के साथ उसके संबंधों के बारे में पूछताछ होगी। एनआईए यह भी जानना चाहेगी कि क्या पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई या अन्य “मेजर इकबाल” जैसे लोग इसमें शामिल थे।
  3. आर्थिक लेनदेन: राणा की शिकागो स्थित इमिग्रेशन कंसल्टेंसी फर्म के जरिए हमले के लिए फंडिंग या लॉजिस्टिक सपोर्ट की जांच होगी।
  4. अन्य साजिशें: एनआईए यह पता लगाने की कोDOS: कोशिश करेगी कि क्या राणा अन्य आतंकी गतिविधियों या भारत के खिलाफ अन्य साजिशों में शामिल था।
  5. हेडली के साथ सहयोग: हेडली को भारतीय वीजा और मुंबई में रेकी के लिए कवर प्रदान करने में राणा की भूमिका पर गहराई से पूछताछ होगी। एनआईए हेडली द्वारा राणा को भेजे गए ईमेल्स, जिसमें उसने अपनी संपत्ति और साजिश के विवरण साझा किए थे, का विश्लेषण करेगी।

क्या उम्मीद की जा सकती है?

  • नए खुलासे: एनआईए को उम्मीद है कि राणा की पूछताछ से 26/11 हमले के पीछे की पूरी साजिश, अन्य सह-साजिशकर्ताओं, और संभावित भविष्य की योजनाओं का पता चल सकता है।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग: अमेरिका ने राणा के प्रत्यर्पण में सहयोग किया है, और इस पूछताछ से भारत-अमेरिका के बीच आतंकवाद विरोधी सहयोग और मजबूत हो सकता है।
  • कानूनी प्रक्रिया: 18 दिन की हिरासत के बाद, राणा को विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उस पर आपराधिक साजिश, हत्या, भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने, और गैरकानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप तय हो सकते हैं।

हालांकि, राणा ने अब तक खुद को निर्दोष बताया है, और उसकी कानूनी टीम भारत में मुकदमे के दौरान तकनीकी आधारों पर उसका बचाव करने की कोशिश कर सकती है। फिर भी, एनआईए के पास मजबूत सबूत, जैसे ईमेल्स, फोन रिकॉर्ड, और हेडली की गवाही, हैं, जो उसके खिलाफ मजबूत मामला बनाते हैं।

यह पूछताछ न केवल 26/11 पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक कदम है, बल्कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस नीति को भी दर्शाती है।

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