आईआईएम रांची के छात्रों का जोराकाथ गांव में जेएसएलपीएस द्वारा एक्सपोजर विजिट आयोजित किया गया
Report by Sourav Ray
रांची:हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड स्थित जोराकाथ गांव में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) द्वारा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, रांची के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (IPM) के 20 छात्रों के लिए एक विशेष एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया गया। इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को झारखंड की पारंपरिक सोहराई कला और इससे जुड़ी महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रयासों से परिचित कराना था।
सोहराई कला से परिचय…
विजिट की शुरुआत सजवा देवी (उषा स्वयं सहायता समूह) और सीता कुमारी (सरस्वती स्वयं सहायता समूह) के घरों से हुई। इन महिलाओं ने छात्रों को सोहराई कला की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस कला में उपयोग होने वाले रंग पूरी तरह प्राकृतिक हैं, जिन्हें काली और सफेद मिट्टी, पत्तों और फूलों से तैयार किया जाता है।
सजवा देवी ने कहा, “सोहराई कला हमारी परंपरा है, जो हमें प्रकृति और पशु-पक्षियों से जोड़ती है।” वहीं, सीता कुमारी ने साझा किया, “आज यह कला हमारे लिए आजीविका का प्रमुख साधन बन चुकी है। सरस मेलों में हमारे चित्र 10,000 रुपये तक में बिक रहे हैं।” छात्रों ने इस कला की प्राचीनता और इसके आर्थिक महत्व को समझा।
जेएसएलपीएस का सहयोग और पहल…
जेएसएलपीएस ग्रामीण महिलाओं को सशक्त उद्यमी बनाने के लिए सोहराई कला को बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है। संगठन विभिन्न मेलों, प्रदर्शनियों और बाजारों में इन महिलाओं को उनके उत्पाद बेचने का मंच प्रदान करता है। इसके साथ ही, महिलाओं को व्यवसाय कौशल, ब्रांडिंग और डिजिटल मार्केटिंग में प्रशिक्षित किया जा रहा है एवं ब्रांड पलाश से जोड़ा गया है.
संकुल स्तरीय संगठन के साथ चर्चा…
इसके बाद छात्रों ने बादम आजीविका महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक स्वालंबी सहकारी समिति लिमिटेड की बैठक में भाग लिया। जहां 12 सखी मंडलों की सदस्यओं ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे सखी मंडल के माध्यम से वे छोटे ऋण लेकर अपने व्यवसाय शुरू कर रही हैं और सामूहिक प्रयासों से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
इस एक्सपोजर विजिट में जेएसएलपीएस के प्रोग्राम मैनेजर-लाइवलीहुड (फार्म) श्री खालिद हुसैन और आईआईएम रांची के फैकल्टी श्री राजीव एरिकट उपस्थित रहे। साथ हीं जेएसएलपीएस की जिला और प्रखंड प्रबंधन इकाई के स्टाफ सदस्यों ने भी इस दौरे में सहयोग किया।
खालिद हुसैन ने छात्रों को जेएसएलपीएस के संगठनात्मक ढांचे और दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे जेएसएलपीएस ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बदलाव ला रहा है।
छात्रों के लिए सीख और प्रेरणा…
यह दौरा छात्रों के लिए ग्रामीण जीवन, परंपराओं और महिलाओं की उद्यमिता को समझने का अनोखा अवसर था। सोहराई कला और सखी मंडलों की सफलता की कहानियों ने छात्रों को गहराई से प्रेरित किया और उन्हें झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू कराया।



