बजट के नजदीक आते ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग ने जोर पकड़ लिया है…
बिहार की राजनीति: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग तेज हो गई है। भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू के दो वरिष्ठ नेताओं ने इसकी मांग की है। जिसके बाद राज्य का सियासी पारा चढ़ना तय है। विपक्ष में शामिल राजद और कांग्रेस ने इसे जनता को बेवकूफ बनाने का नया हथकंडा बताया है। कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि जदयू वाले किससे मांग कर रहे हैं। दिल्ली में कांग्रेस की सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के जुमले की छाया अब बिहार में भी पड़ने लगी है। ये लोग विशेष राज्य का दर्जा नहीं मांग रहे हैं, बल्कि 2025 के विधानसभा चुनाव को मुद्दा बनाकर जनता को बेवकूफ बनाकर वोट लेना चाहते हैं। वहीं राजद एमएलसी कारी शोएब ने कहा कि बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से आंचल फैलाकर बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांगा था। तब से लेकर अब तक राजद लगातार यह मांग कर रहा है, लेकिन ये लोग किससे मांग कर रहे हैं? जदयू खुद सरकार में है और केंद्र में जदयू के बल पर ही सरकार टिकी हुई है। राजद नेता ने आगे कहा कि भाजपा और जदयू दोनों इस मुद्दे पर ड्रामा कर रहे हैं। दोनों ही ड्रामेबाज हैं। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच ड्रामा करने की होड़ लगी हुई है, लेकिन बिहार की जनता सब जान रही है।
कारी शोएब ने कहा कि बिहार में विकास का काम यूपीए सरकार ने किया है। 2004 से 2009 के बीच केंद्र में कांग्रेस की सरकार के दौरान लालू यादव की वजह से बिहार में विकास हुआ था। वहीं, जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि ये लोग जाति जनगणना को भी चुनावी फंडा बताते थे। आज कांग्रेस पार्टी विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर भी बोल रही है, जबकि इसी ने इसमें बाधा डालने का काम किया था। 2004 में राजद ने 22 सीटें जीती थीं और आठ मंत्री बनाए थे। ये लोग तब बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला पाए थे। आज हमारे नेता और हमारी पार्टी इसकी मांग कर रही है और निश्चित तौर पर यह फैसला हमारे पक्ष में जरूर आएगा।
इन सभी मामलों पर बीजेपी एमएलसी बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय मयूख ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार डबल इंजन की सरकार है, जो निश्चित रूप से काम कर रही है. बिहार के लिए जो भी बन पड़ेगा, उसके लिए हमेशा तैयार है. बीजेपी नेता ने कहा कि सरकार सभी मापदंडों पर नियमानुसार काम करेगी. 2014 में बिहार में हम सरकार में नहीं थे. उसके बावजूद प्रधानमंत्री ने बिहार को विशेष पैकेज दिया और इस पैकेज को विशेष राज्य के दर्जे से भी ज्यादा प्राथमिकता दी. प्रधानमंत्री इस बात के लिए दृढ़संकल्पित हैं कि बिहार का विकास ज्यादा से ज्यादा हो.