राज्यसभा: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जनता ने दुष्प्रचार, भ्रम की राजनीति को परास्त किया, विपक्ष ने वॉकआउट किया
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देना शुरू किया। इस पर विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश के 140 करोड़ लोग इस चुनाव में जीतेंगे। उन्होंने कहा कि आज वे अपना घर नहीं, बल्कि अपनी मर्यादा छोड़कर आए हैं।
जनता ने भरोसे की राजनीति पर विजय की मुहर लगाई है
विपक्ष वॉकआउट के बाद पीएम मोदी ने अपना संबोधन चालू रखा. कहा कि साठ साल बाद देश की जनता ने तीसरी बार किसी सरकार की सत्ता में वापसी कराई है जो असामान्य है. कहा कि हम पर एक-तिहाई सरकार होने का विपक्ष का आरोप सही है, क्योंकि अभी तो हमारी सरकार के 20 साल और होंगे और अब तक तो एक तिहाई ही हुआ है. देश की जनता ने दुष्प्रचार को, भ्रम की राजनीति को परास्त कर दिया और भरोसे की राजनीति पर विजय की मुहर लगाई है.
भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे
देश की जनता ने हमें आदेश दिया है और हम भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे. पीएम ने तंज कसा कि कुछ लोगों को ऑटो पायलट’ पर सरकार चलाने की आदत रही है, लेकिन हम परिश्रम में विश्वास रखते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे जैसे लोग हैं जिन्हें बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान के कारण यहां तक आने का मौका मिला है. संविधान हमारे लिए केवल अनुच्छेदों का संकलन नहीं है, हम उसके एक-एक शब्द और भावनाओं का आदर करते हैं . जब हम संविधान निर्माण के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं तो देश के कोने-कोने में इसका उत्सव मनाने का हमने फैसला किया है.
हम भारत में विकास का नया अध्याय गढ़ना चाहते हैं
यह चुनाव 10 वर्ष की सिद्धियों पर तो मुहर लगाता ही है, भविष्य के संकल्पों के लिए भी देश की जनता ने हमें चुना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हम भारत में विकास का नया अध्याय गढ़ना चाहते हैं. एमएसपी समेत किसानों को लाभ पहुंचाने की दिशा में हमने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. पीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार के कार्यकाल में किसानों की कर्जमाफी के बहुत ढोल पीटे गये और उन्हें गुमराह करने का भरसक प्रयास किया गया, उनकी इस योजना का लाभ जरूरतमंद एवं छोटे गरीब किसानों तक पहुंचा ही नहीं. पिछले दस साल में हम किसानों को तीन लाख करोड़ रुपये दे चुके हैं.