17 महीने से लापता जवान, CRPF ने दर्ज किया गुमशुदगी का मामला
रांची: पश्चिमी सिंहभूम में तैनात 197 बटालियन का एक जवान पिछले 17 दिनों से लापता है. इसको लेकर बटालियन के अधिकारी ने 7 जनवरी 2023 को पश्चिमी सिंहभूम मुफस्सिल थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था, लेकिन अब तक पुलिस लापता जवान को न तो खोज पाई है और न ही पकड़ पाई है. दूसरी ओर जवान की पत्नी झानो मुर्मू 14 जून से रांची स्थित राजभवन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं. उनका कहना है कि जब तक उनके पति सकुशल नहीं मिल जाते, तब तक वह धरने पर बैठी रहेंगी. हालांकि जवान की पत्नी को मुआवजा भी दिया गया है. लापता जवान सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर का रहने वाला है. वह शादीशुदा है और उसका एक बेटा भी है.
क्या है मामला
मालूम हो कि छह जनवरी 2023 को बादल मुर्मू पश्चिम सिंहभूम जिले के टोंटो प्रखंड के सरजोमबुरू में एलआरपी अभियान पर निकले थे. उसके बाद से वे कैंप नहीं पहुंचे. सीडीआर में पता चला है कि वो एक लड़की से काफी बात करता था. वो लड़की भी लापता है. ऐसे में यह संभावना जतायी जा रही है कि वो अपनी प्रेमिका के साथ कहीं चला गया है.

क्सलियों के टेलीफोनिक बातचीत के दौरान मिली कई जानकारी
लापता सीआरपीएफ जवान बादल मुर्मू का नक्सलियों ने अपहरण किया था. इसके बाद उसकी हत्या कर शव जंगल में दफना दिया गया था. हाल ही में नक्सलियों के टेलीफोनिक बातचीत के दौरान यह बात पुलिस अधिकारियों को सुनने को मिली थी. हालांकि अभी तक शव नहीं मिलने के कारण पुलिस अधिकारी उसकी हत्या की पुष्टि नहीं कर रहे हैं. अपहरण के बाद काफी दिनों तक जवान जीवित था और कोल्हान के जंगल में ही नक्सलियों के कब्जे में था. लेकिन जब पुलिस के स्तर से मामले का सत्यापन किया गया. तब बादल मुर्मू के जीवित होने की बात सामने नहीं आयी. नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान ही बादल मुर्मू नक्सलियों के ट्रैप में फंसा था और नक्सलियों ने उसका अपहरण कर लिया था. हालांकि अभी तक नक्सलियों ने उसकी हत्या की जिम्मेवारी नहीं ली है.
जवान बादल मुर्मू को मिल चुका है राष्ट्रपति पुरस्कार
छत्तीसगढ़ के सुकमा में बादल मुर्मू की पोस्टिंग सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन में थी. सुकमा में एक नक्सली मुठभेड़ हुआ था. इस दौरान उनकी बहादुरी को देखकर राष्ट्रपति ने पुरस्कार भी दिया था.
जानें एसपी ने क्या कहा
पश्चिमी सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि बादल मुर्मू के मरने या जीवित होने के संबंध में अभी कोई क्लियरिटी नहीं है, इस मामले की जांच जारी है.
जानें कब क्या हुआ
6 जनवरी 2023: जवान नक्सल अभियान पर निकला था.
7 जनवरी 2023: मुफ्फसिल थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज.
सितंबर 2023: नक्सलियों के टेलीफोनिक बातचीत के दौरान हत्या की बात सामने आयी.
14 जून 2024: जवान की पत्नी राजभवन के पास धरने पर बैठी है.