Dog Terror: हज़ारीबाग़ में कुत्तों का आतंक! 100 दिनों में 2,650 से अधिक लोग मारे गये
Hazaribagh Dog Terror: आंकड़ों पर गौर किया जाए तो 1 जनवरी से 15 अप्रैल के बीच जिले भर में 2650 से अधिक कुत्तों के काटने के मामले सामने आए हैं. आपको बता दें कि ये वो आंकड़ा है जिसमें कुत्ते के काटने के बाद लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंचे.
Hazaribagh Dog Terror: झारखंड के हज़ारीबाग़ शहर में कुत्तों का आतंक ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कुत्तों के आतंक से महिलाएं, बच्चे और बूढ़े लोग डरे हुए हैं. लोगों का सड़कों व गलियों में चलना मुश्किल हो गया है। चिंता की बात यह है कि ये कुत्ते सड़क पर घूम रहे हैं और झुंड बनाकर लोगों पर दौड़ रहे हैं. जिससे कई बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं। आवारा कुत्तों के आतंक और काटने से लगभग 20 से 25 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए हज़ारीबाग़ के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज पहुंच रहे हैं.
1 जनवरी से 15 अप्रैल के बीच जिले भर में 2,650 से ज्यादा कुत्तों के काटने के मामले सामने आए हैं. आपको बता दें कि ये वो आंकड़ा है जिसमें कुत्ते के काटने के बाद लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए अस्पताल पहुंचे. ग्रामीण इलाकों में अभी भी ऐसे मामले हैं जहां लोग कुत्ते के काटने पर झाड़फूंक कराते हैं। इस विषय पर हज़ारीबाग़ के सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. देवेन्द्र सिंह देव कहते हैं कि शहर में आवारा कुत्तों का आतंक काफी बढ़ गया है. साथ में इनकी संख्या भी अब काफी ज्यादा हो गई है.
हज़ारीबाग में कई ऐसी सड़कें हैं जहां लोग अकेले जाने से डरते हैं. इसके लिए शहरी क्षेत्र में नगर निगम को कुत्तों के प्रजनन पर नियंत्रण करना चाहिए और एंटी रेबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए. साथ ही कुत्तों के लिए भोजन और आश्रय की व्यवस्था की जानी चाहिए। वहीं, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार का कहना है कि कुत्ते के काटने के बाद सबसे पहले उस जगह को पानी की तेज धार से धोना चाहिए जहां कुत्ते ने काटा है. इसके बाद लोगों को जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल पहुंचना चाहिए। और एंटी-रेबीज वैक्सीन की सभी चार खुराक सावधानी से लेनी चाहिए।