Tiger Kid Scheme: अब ग्रामीण बच्चे बनेंगे वन्य जीवन में हीरो, जानें क्या है टाइगर किड योजना
Tiger Kid Scheme: पलामू टाइगर रिजर्व के उप निदेशक प्रजेश कांत जेना ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देना और वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. बच्चे भविष्य की नींव हैं और अगर उन्हें आज जंगल, नदी, पहाड़ के संरक्षण के बारे में सिखाया जाए तो वे भविष्य में हरित राजदूत बन सकते हैं।
झारखंड का एकमात्र टाइगर रिजर्व करीब 1144 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. यह रिजर्व न केवल बाघों और अन्य जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए काम करता है बल्कि यहां के ग्रामीणों को रोजगार और अन्य सुविधाएं भी प्रदान करता है। हाल ही में पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बसे गांवों के बच्चों के लिए एक नई योजना चलाई जा रही है, जिसका नाम ‘टाइगर किड स्कीम’ है. आइए जानते हैं क्या है यह योजना और इससे बच्चों को क्या फायदा हो रहा है।
पलामू टाइगर रिजर्व के उप निदेशक प्रजेश कांत जैना ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देना और वन्य जीवन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. बच्चे भविष्य की नींव हैं और अगर उन्हें आज जंगल, नदी, पहाड़ के संरक्षण के बारे में सिखाया जाए तो वे भविष्य में हरित राजदूत बन सकते हैं। टाइगर किड योजना के तहत बच्चों को किट के साथ 5000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जा रही है, जिससे उन्हें पढ़ाई में मदद मिलेगी.
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टाइगर किड योजना के तहत प्रत्येक गांव से एक मेधावी छात्र और एक छात्रा का चयन किया जाता है। यह चयन इको विकास समिति और ग्राम सभा के माध्यम से किया जाता है, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी यह अवसर मिल सके। चयनित बच्चों को एक किट और 5,000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को आगे बढ़ाना है जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पाते हैं।
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टाइगर किड योजना के अंतर्गत बच्चों को एक विशेष किट दी जाती है। इस किट में एक बैग, पानी की बोतल, वन्य जीवन से संबंधित किताबें और एक सोलर लैंप शामिल है। सुदूर ग्रामीण इलाकों में बिजली की समस्या आम है, जिससे बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो जाता है। सोलर लैंप उन्हें इस समस्या से उबरने में मदद करेगा। इसके अलावा भविष्य में जरूरत पड़ने पर इन बच्चों को पलामू टाइगर रिजर्व की ओर से मदद की जायेगी.
का मुख्य उद्देश्य
टाइगर किड योजना बच्चों को शिक्षा और वन्य जीवन के प्रति जागरूक करना है। शिक्षा के अभाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को भविष्य में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस योजना से न केवल बच्चों की शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि वे पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी जागरूक होंगे। यह योजना बच्चों को सुरक्षित और टिकाऊ भविष्य की ओर बढ़ने का अवसर देगी।
द्वारा कई योजनाएं चलायी जा रही है
जनभागीदारी के तहत पलामू टाइगर रिजर्व. रोजगार से लेकर अन्य आयामों में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को जोड़कर काम किया जा रहा है। टाइगर किड योजना भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत सुदूर गांवों के मेधावी बच्चों का चयन किया जा रहा है और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ वन्य जीवन के प्रति जागरूक किया जा रहा है।