राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा तेजस्वी प्रसाद यादव को….
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा तेजस्वी प्रसाद यादव को बिहार का शहजादा कहने पर आपत्ति प्रकट करते हुए कहा कि इस तरह की भाषा प्रधानमंत्री के मुंह से बोला जाना स्पष्ट करता है कि उनको कहीं न कही बेचैनी और बौखलाहट है जो तेजस्वी प्रसाद यादव की लोकप्रियता को पचा नहीं पा रहे हैं। इस तरह के बयान से प्रतीत होता हैकी भाषा बोलकर वो कहीं न कहीं आम जनता और नौजवानों को मुद्दों से भटकाना चाहते हैं। जबकि बिहार की जनता और नौजवान मुद्दों से भटकने वाले नहीं है और लोग प्रधानमंत्री की सभा में नहीं आकर स्पष्ट रूप से संदेश दे रहे हैं कि धर्म और भ्रम की राजनीति को बिहार की जनता पसंद नहीं करती है। बिहार की जनता प्रधानमंत्री से जानना चाहती है कि हर साल दो करोड़ नौकरी देने की बात करने वाले नौकरी नहीं देकर श्री तेजस्वी जी को शहजादा कहकर स्वयं का मजाक क्यों बनवा रहे हैं।
एजाज ने आगे कहा कि नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव उस पिता श्री लालू प्रसाद जी के पुत्र हैं जिसने संघर्षों और गरीबी में जिंदगी बिताकर शोषितों, वंचितों पिछड़ों, अतिपिछड़ों, दलितों, आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों के प्रति सामाजिक न्याय की अवधारणा की मजबूती दी और लोगों को गले लगाने का जो सीख दिया उसी को आगे बढ़ाते हुए तेजस्वी प्रसाद यादव ने 17 महीने के कार्यकाल में आर्थिक न्याय के माध्यम से हर वर्ग के नौजवानों के चेहरे पर मुस्कुराहट दी, उनका भविष्य बेहतर किया साथ ही साथ 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था को बढ़ाकर लोगों को हक और अधिकार दिया।
आज प्रधानमंत्री जी को आरक्षण व्यवस्था को नौवीं अनुसूची में केन्द्र सरकार के द्वारा शामिल किये जाने पर बात करनी चाहिए थी। साथ ही महंगाई, युवाओं के बिहार के मजदूर किन परेशानियों में बिहार आये उसमें आप अपने गठबंधन के नेता नीतीश कुमार के संबंध में एक शब्द भी नहीं कहे। जबकि उस समय आप भी नीतीश जी के साथ बिहार में सत्ता के साझेदार थे। इधर-उधर की बात करने वाले प्रधानमंत्री जी आप बिहार का जिसे शहजादा कह रहे हैं वो आपके लिए उपहास का विषय हो सकता है लेकिन बिहार के आम-आवाम और जनता के लिए नौकरी मैन और रोजगार देने वाला क्रांतिकारी सोच का नेता यूथ आॅइकाॅन श्री तेजस्वी प्रसाद यादव हैं, जिसको जनता का जनविश्वास मिला हुआ है और आप उस नौजवान से मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं जिस कारण ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे है