होली में शराब पीने वाले हो जाएं सावधान! जानिए असली और नकली जहरीली शराब में अंतर
रांची: त्योहार आते ही शराब पीने का दौर शुरू हो जाता है. इसलिए लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए असली और नकली जहरीली शराब के बीच अंतर पहचानना जरूरी हो जाता है. क्योंकि ब्रांडेड बोतलों में आने वाली शराब जानलेवा भी हो सकती है.
आमतौर पर होली के दौरान नशे का कारोबार खूब होता है. त्योहार पर कुछ लोग जमकर शराब पीते हैं, जिससे कई घटनाएं भी घटती हैं। शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, लेकिन अगर शराब खराब है तो यह आपके लिए तुरंत घातक हो सकती है। इसे लेकर उत्पाद विभाग की ओर से कई दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं. नकली शराब की पहचान कैसे करें यह भी बताया गया है। ताकि लोग यह पता लगा सकें कि जो शराब वे खरीद रहे हैं वह असली है या नकली। और इसका पता कैसे लगाया जाता है?
उत्पाद विभाग की ओर से जारी किये गये कई दिशा-निर्देश
रांची के सहायक उत्पाद आयुक्त अरुण कुमार मिश्रा का कहना है कि होली को देखते हुए उत्पाद विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. जहरीली शराब बेचने वालों पर रोक लगाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है.
उन्होंने कहा कि होली के दौरान शराब की बिक्री से मिलने वाले राजस्व को लेकर उत्पाद विभाग ने भी एक अहम बैठक की है. जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जब तक गलत तरीके से शराब बेचने वाले कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जायेगी, तब तक राजस्व को ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा.
उन्होंने कहा कि होली के मौके पर लोगों को जहरीली शराब से बचाने के लिए दुकानों पर टीएंडटी प्रक्रिया की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा कि जो लोग शराब खरीदने के लिए दुकान पर पहुंचते हैं वे ऐप के जरिए इसका पता लगा सकते हैं. शराब की बोतल को ट्रैक कर उसकी डिटेल जरूर लें। अगर कोई दुकानदार ट्रैक एंड ट्रेस प्रक्रिया अपनाने से इनकार करता है तो तुरंत उसकी सूचना उत्पाद विभाग के आधिकारिक नंबर पर दें, ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
रांची जिले में अवैध शराब कारोबारियों और अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए तीन बॉर्डर पर कर्मचारियों और अधिकारियों की तैनाती की गयी है. रांची के सिल्ली, मुरी इलाके में आने वाले यात्रियों और आम लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है, ताकि अवैध शराब शहर तक न पहुंच सके.