झारखंड में अब शुरू होगी ‘बालू’ की होम डिलीवरी, जानें कैसे करें ऑर्डर
रांची: झारखंड में अब लोगों के घरों तक बालू की होम डिलीवरी शुरू होगी. यह जानकारी कृषि एवं खनन विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने बुधवार (17 जनवरी) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी. उन्होंने कहा कि तेलंगाना की तर्ज पर झारखंड राज्य सरकार ने रेत टैक्सी पोर्टल लागू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत रेत की होम डिलीवरी शुरू की जाएगी.
खान एवं भूतत्व विभाग के अध्यक्ष अबु बकर सिद्दीकी ने जानकारी देते हुए बताया कि तेलंगाना राज्य की तर्ज पर झारखंड खनिज विकास निगम आगामी मार्च माह में राज्य में सैंड टैक्सी पोर्टल लागू करेगा. पंजीकृत ट्रैक्टरों, वाहन मालिकों के साथ-साथ नागरिकों और उपभोक्ताओं को ऑर्डर देने के 48 घंटे के भीतर उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल कुल 14 खनिज ब्लॉक नीलामी के लिए तैयार किये गये हैं. सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने लघु खनिजों की नीलामी का जिक्र करते हुए कहा कि झारखंड राज्य बालू खनन नीति 2017 के अनुसार राज्य में कुल 351 बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया निगम द्वारा उपायुक्त के माध्यम से की जायेगी.
आगे जानकारी देते हुए अबू बकर सिद्दीकी ने बताया कि डीएमएफटी फंड में कुल 11 हजार 960 करोड़ मिले हैं, जिसमें से करीब 5978 करोड़ राज्य की विभिन्न विकास योजनाओं पर खर्च किए गए हैं, कुल 3 कोयला खदानों की नीलामी की गई है वर्ष 2023-24 में. इसके साथ ही गैर-कोयला खदानों में अब तक कुल 10 खनिज ब्लॉक खदानों की नीलामी हो चुकी है। जिसमें सोना, चूना पत्थर, लोहा और बॉक्साइट आदि की खदानें शामिल हैं। सचिव ने कहा कि राज्य में अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए माइनर मिनरल्स के लिए माइंस सर्विलांस सिस्टम लागू किया जा रहा है। जो सैटेलाइट पर आधारित है. इसे एमएसएस और जेएसएसी के सहयोग से गोड्डा और पाकुड़ में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर क्रियान्वित किया जा रहा है.