सुरंग से बचाए गए झारखंड के 15 मजदूरों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया जाएगा
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर 12 दिसंबर को सुरंग से निकले 15 मजदूरों और उनसे मिलने गये उनके परिवार के 1 सदस्यों को इंडिगो एयरलाइंस से वापस लाया जायेगा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर जैप आईटी सीईओ भुवनेश्वर प्रताप सिंह के नेतृत्व में श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के दो अधिकारियों को मजदूरों की सुरक्षित वापसी की जिम्मेदारी दी गई है. वे आज उत्तराखंड के सभी मजदूरों और उनके परिवारों को दिल्ली लाएंगे और कल (1 दिसंबर) को दिल्ली से रांची लाएंगे. निर्देश के मुताबिक सभी लोगों को दिसंबर की रात 8 बजे इंडिगो की फ्लाइट से रांची लाया जाएगा। सुरंग हादसे के तुरंत बाद राज्य सरकार ने एक टीम मौके पर भेजी थी.
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले में सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को 17 दिन बाद फिर से नई जिंदगी मिल गई है. सुरंग के अंधेरे से सुरक्षित बाहर आकर सभी मजदूर बेहद खुश हैं. सुरंग से उनके सफल रेस्क्यू से पीएम मोदी समेत देश के कई नेताओं और मजदूरों के परिवारों में खुशी की लहर है. और अब परिवार वालों को बस मजदूरों के घर पहुंचने का इंतजार है. बता दें, मंगलवार शाम तक सुरंग में फंसे सभी मजदूरों को एक-एक कर बाहर निकाल लिया गया. जिसके बाद सभी एनडीआरएफ की निगरानी में थे. अनुमति मिलने के बाद आज श्रम विभाग ने प्रदेश के श्रमिकों से मुलाकात की.
15 मजदूरों को एयरलिफ्ट कर झारखंड लाया जाएगा
सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों में से कुल 15 झारखंड के थे. आज श्रम विभाग ने प्रदेश के सभी 15 श्रमिकों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर विभाग ने अस्पताल पहुंचकर सभी मजदूरों से मुलाकात की. राज्य के सभी मजदूरों को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद 1 दिसंबर 2023 को एयरलिफ्ट कर झारखंड लाया जाएगा.
सिल्कयारा की निर्माणाधीन सुरंग में पिछले 41 से फंसे सभी 17 मजदूरों को 800 मीटर 60 मिमी पाइप के जरिए सफलतापूर्वक बचा लिया गया. इन सभी को एनडीआरएफ की टीमों ने स्ट्रेचर और रस्सियों की मदद से सुरंग से बाहर निकाला। जिसके बाद इन सभी को एम्बुलेंस के माध्यम से सीधे चिन्यालीसौड़ के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज यहां चल रहा है.